Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -15-Apr-2023 बदरा श्याम छा रही

कुंडलिया
विषय-श्याम
बदरा श्यामल छा रहे, हर्षित होता किसान।
धरती पर बूंदे पड़ी, मिट्टी में पड़े निशान।।
मिट्टी में पड़े निशान, फसल नव होती रोपित।
झूमे नाचे आज, देखकर होता मोहित।।
कहे प्रिया कविराय, टला है देखो खतरा।
करता गगन पुकार, चमकते देखो बदरा।।

 बदरा श्याम गरज  रहे, झूम रही बरसात।
धरा सरगम सुना रही, नाच रहे हैं पात।।
नाच रहे हैं पात, देख खुश होती कलियाॅं।
करें प्रकृति श्रृंगार, देख पुलकित है गलियाॅं।।
कहे प्रिया कवि राय, पहन कर चलती गजरा।
इतराती है आज, कहे है श्यामल बदरा।।

लेखिका
प्रियंका भूतड़ा प्रिया

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6 Comments

Punam verma

16-Apr-2023 09:18 AM

Nice

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Abhinav ji

16-Apr-2023 08:56 AM

Very nice

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अदिति झा

16-Apr-2023 08:25 AM

Nice 👍🏼

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